नमक का सूत्र क्या है
नमक हमारे दैनिक जीवन में सबसे अधिक प्रयोग में लायी जाती नमक का सूत्र क्या है ? = NaCl

नमक का रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड
द्रवणांक | 804 डिग्री सें | आपेक्षिक घनत्व | 2.16 |
अपवर्तनांक | 10.542 | कठोरता | 2.5 |
कवाथानक | 1,413 °C | जल में विलेयता | 359 g/L |
अमोनिया में विलेयता | 21.5 g/L | Molar mass | 58.44 g /mol |
मेथेनाल में विलेयता | 14.9 g/L | उष्मीय छमता | 36.79 J/(K – mol ) |
नमक का सूत्र (NaCl) + जल (H2O)
नमक और जल को आपस में मिलाया जाता है तो नमक जल में घुल जाता है इस अभिक्रिया के उपरान्त NaOH (सोडियम हीड्राऑक्साइड), Cl2 (क्लोरिन गैस), H2O प्राप्त होता है
2NaCl + 2H2O = 2NaOH + Cl2 + H2O
नमक और पानी (जल) घोल के कई फायदे है जो निम्न है
- इस घोल का प्रयोग हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करने में किया जाता है
- खाना बनाने में
- रोगाणुरोधक में
नमक का सूत्र (NaCl) + सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4)
अधिक मात्रा में NaCl सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) मिलाने सोडियम सलफेट (Na2SO4) और HCl बनाता है
2NaCl + H2SO4 → 2HCl(g)+Na2SO4
कम मात्र में NaCl सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) मिलाने सोडियम बाई सलफेट (NaHSO4) और HCl(g) गैस का बनाता है
NaCl+H2SO4=NaHSO4+HCl
नमक का सूत्र (NaCl) + सोडियम हीड्राऑक्साइड (NaOH)
नमक (NaCl), सोडियम हीड्राऑक्साइड (NaOH) का प्रयोग औधोग के छेत्र में क्लोरिन गैस (Cl2 ) और कास्टिक सोडा बनाने में प्रयोग किया जाता है
NaCl और NaOH के बीच एक “क्लासिक” संबंध है। “क्लोर-क्षार” के रूप में जाना जाने वाला एक प्रक्रिया समुद्री जल का इलेक्ट्रोलिसिस है। इस प्रक्रिया का उपयोग क्लोरीन गैस और कास्टिक सोडा (उद्योग की दुनिया के लिए सबसे महत्वपूर्ण दो औद्योगिक रसायनों) उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। यह दिलचस्प है क्योंकि इसमें मजबूत आधार के साथ एक मजबूत एसिड का उत्पादन शामिल है ..
ye to ham janate